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कंप्यूटर की पीढ़ियां | कंप्यूटर जनरेशन | generation of Computer in Hindi

कंप्यूटर की पीढ़ियां | कंप्यूटर जनरेशन | Generation of Computer in Hindi कप्म्यूटर को बेहतर जानने के लिए हमें आवश्यक हो जाता है की हम उसके इतिहास को समझें और कंप्यूटर के बढ़ते हुआ विकास को समझने के लिए उसकी पीढ़ियां ,सबसे अच्छा साधन है।  कंप्यूटर के विकास को 5  पीढ़ियें में बांटा गया है : प्रथम पीढ़ी |-1st Generation ( 1945 – 1958) द्वितीय पीढ़ी - 2nd Generation ( 1959 – 1964) तृतीय पीढ़ी - 3rd Generation (1965 – 1975) चतुर्थ या चौथी पीढ़ी - 4th Generation ( 1975 – 1989) पंचम या पांचवी पीढ़ी - 5th Generation (1990 – अब तक) हर एक पीढ़ी में उन्नति होती गयी और कंप्यूटर का विकास होता गया।  इस आर्टिकल में हमने आपके लिए सभी पीढ़ियों के महत्त्वपूर्ण पॉइंट्स को सूचीबद्ध किया है ताकि आपको पढ़ने व नोट्स बनाने में आसानी हो।  तो चलिए एक एक कर के कंप्यूटर की पीढ़ियों को जानते हैं।  प्रथम पीढ़ी |-1st Generation ( 1945 – 1958) प्रथम पीढ़ी के मुख्य Part , Vacuum Tube होते थे। इनको operate करने के लिये बहुत अधिक Electrical Energy ( विद्धुतिय शक्ति)लगती थी। रख रखाव बहुत कठिन होता था। Size बहुत...

भारत की प्रमुख नदियाँ व उनके किनारे बसे नगर

भारत की प्रमुख नदियाँ व उनके किनारे बसे नगर भारत की प्रमुख नदियाँ व उनके किनारे बसे नगर भारत में कई महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से होकर बहती हैं और कई बड़े शहरों को जीवन देती हैं। ये नदियाँ न सिर्फ पानी का स्रोत हैं, बल्कि सिंचाई, परिवहन और धार्मिक महत्व के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। गंगा नदी के किनारे वाराणसी, हरिद्वार और कानपुर जैसे शहर बसे हैं। यमुना नदी के तट पर दिल्ली और आगरा स्थित हैं। नर्मदा नदी के किनारे जबलपुर और होशंगाबाद जैसे शहर हैं, जबकि साबरमती नदी अहमदाबाद से होकर बहती है। इन नदियों ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति में गहरी छाप छोड़ी है। प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों में "भारत की प्रमुख नदियाँ व उनके किनारे बसे नगर " के सवाल जरूर रहते हैं।  Spardhagyan.comआपके लिए लाये हैं उन्ही "भारत की प्रमुख नदियाँ व उनके किनारे बसे नगर " के एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण सूची जो निम्नलिखित है भारत की प्रमुख नदियाँ व उनके किनारे बसे नगर :-         विजयवाड़ा - कृष्णा नदी      ...

What is programming language in hindi | प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है ?

What is programming language in Hindi ?| प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है ? प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है ? एक प्रोग्रामिंग भाषा एक औपचारिक भाषा है, जिसका उपयोग सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाने के लिए किया जाता है। एक प्रोग्रामिंग भाषा एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाने के लिए सिंटैक्स में निर्देश का उपयोग करती है। प्रत्येक प्रोग्रामिंग भाषा का अपना grammar होता है | प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के प्रकार : 1. High Level Languages ( उच्च स्तरीय भाषाएँ ) : High Level Languages ( उच्च-स्तरीय भाषाओं) को पढ़ने और समझने में आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनका उपयोग एप्लिकेशन प्रोग्राम विकसित करने के लिए उपयोग किया जाता है।  जैसे C , C++ , Java, Php आदि।  2 . Low Level Languages (निम्न-स्तरीय भाषाएं ): Low Level Languages (निम्न-स्तरीय भाषाएं) किसी नए यूजर के लिए पढ़ना और समझना मुश्किल है। ये प्रोग्रामिंग के लिए  basic instructions का उपयोग  करती है। मुख्यतः इसका उपयोग सिस्टम प्रोग्राम या मशीन लेवल  प्रोग्रामिंग  में किया  जाता है।  जैसे : असेंबली लैंग्वेज , मशीन...

प्रमुख देशों के सरकारी दस्तावेज | Government Documents of Major Countries

प्रमुख देशों के सरकारी दस्तावेज - Government Documents of Major Countries येलो बुक - फ्रेंच सरकार की रिपोर्ट या प्रकाशन ब्लू बुक - ब्रिटिश सरकार की रिपोर्ट या प्रकाशन ग्रीन बुक - इटली तथा ईरान सरकार की रिपोर्ट या प्रकाशन ग्रे बुक - जापान तथा वेल्जियम सरकार की रिपोर्ट या प्रकाशन व्हाइट बुक - पुर्तगाल, चीन तथा जर्मनी सरकार की रिपोर्ट या प्रकाशन ऑरेन्ज बुक - नीदरलैण्ड सरकार की रिपोर्ट या प्रकाशन ज्वाइन्ट पेपर - दो या दो से अधिक सरकारों की संयुक्त रिपोर्ट व्हाइट पेपर - ब्रिटेन एवं भारत की सरकारी रिपोर्ट

History of Programming Languages | C language History | Hindi

C लैंग्वेज का इतिहास | History of Programming Languages Hindi C एक उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज  है जिसे 1970 के दशक की शुरुआत में  AT & T के Bell Labs में डेनिस रिची द्वारा विकसित किया गया था। C का प्रारंभिक विकास यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए एक सिस्टम बनाने के प्रयास का हिस्सा था। C  से पहले, कई कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज छोटी प्रणालियों या विशिष्ट अनुप्रयोगों तक सीमित थीं। सी को एक निम्न-स्तरीय, सामान्य-उद्देश्य वाली लैंग्वेज  के रूप में डिजाइन किया गया था जो विभिन्न प्रकार की प्रणालियों पर कुशल प्रोग्राम डेवलपमेंट एंड एक्सेक्यूशन की अनुमति देता । इसने इसे उन डेवलपर्स के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया, जिन्हें एक पोर्टेबल, फ्लेक्सिबल और कुशल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज  की आवश्यकता थी। C लैंग्वेज, B नामक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज  से काफी प्रभावित थी , जिसे  Bell Labs में विकसित किया गया था। C ने B लैंग्वेज  में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए, जिसमें डेटा प्रकार, फ़ंक्शंस और लो लेवल मेमोरी मैनीपुलेशन  के लिए सपोर्ट शामिल है, जिससे सिस्टम-लेवल...

Data और Information में क्या होता है अंतर?

Data और Information में क्या होता है अंतर?  📌 डेटा और सूचना (Data and Information) में अंतर 👉 सबसे पहले एक महत्वपूर्ण बात: डेटा और सूचना दोनों ही कंप्यूटर से गहराई से जुड़े हुए हैं। इसलिए डेटा और सूचना के बारे में बात करने से पहले, आइए पहले यह समझें कि इन दोनों का कंप्यूटर से क्या संबंध है। 💻 डेटा और सूचना का कंप्यूटर से संबंध कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो कच्चे डेटा को इनपुट के रूप में लेती है, उसे प्रोसेस करती है, और उपयोगी सूचना (Information) के रूप में आउटपुट देती है। यह पूरा प्रोसेस — Input ➡️ Process ➡️ Output — कंप्यूटर का मूल कार्य होता है, और यही प्रक्रिया डेटा को सूचना में बदलने का कार्य करती है। 📊 डेटा (Data) क्या है? डेटा किसी भी प्रकार की कच्ची, अव्यवस्थित और असंसाधित जानकारी होती है, जिसका अपने आप में कोई स्पष्ट अर्थ नहीं होता। यह संख्या, शब्द, चित्र, ध्वनि या प्रतीकों (Symbols) का रूप ले सकता है। 📝 उदाहरण: "राज", "95", "B+", "XII-B" → ये सभी डेटा हैं। किसी सर्वेक्षण में एकत्र किए गए उत्त...

सॉफ्टवेयर क्या हैं तथा उसके प्रकार | Spardha Gyan

सॉफ्टवेयर  क्या है - सॉफ्टवेयर हमारे कंप्यूटर सिस्टम का सबसे महत्त्वपूर्ण घटक  है | जैसा कि  हम जानते हैं कि " सॉफ्टवेयर का निर्माण छोटे छोटे programs से मिल कर होता है और ये programs , instructions  (निर्देश )   से मिल कर बने होते हैं "|  ये instructions किसी विशेष कार्य को पूर्ण करने के लिए होते हैं | इसी तरह सॉफ्टवेयर भी हमारे किसी भी  प्रकार के कार्य को सम्पूर्ण करने का काम करते हैं | हमारे कप्म्यूटर सिस्टम में हार्डवेयर जितना महत्त्वपूर्ण है ,सॉफ्टवेयर भी उतना ही महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है | एक तरीके से ये कहा जा सकता है कि दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं | नीचे दिए हुए diagram  को देखें -      Diagram  में आप देख सकते हैं सबसे पहले हार्डवेयर  (orange) है क्योंकि अगर हार्डवेयर नहीं होगा तो सॉफ्टवेयर को संग्रहीत कर उपयोग में कैसे लाएंगे।  उसे ऑपरेट होने के लिए कहीं पर स्टोर होना  जरूरी है।  ठीक उसी तरह अकेले हार्डवेयर का कोई उपयोग नहीं हैं | बिना सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर हार्डवेयर एक  डिब्बे के तरह है |...