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सॉफ्टवेयर क्या हैं तथा उसके प्रकार | Spardha Gyan

सॉफ्टवेयर  क्या है -

सॉफ्टवेयर हमारे कंप्यूटर सिस्टम का सबसे महत्त्वपूर्ण घटक  है | जैसा कि  हम जानते हैं कि " सॉफ्टवेयर का निर्माण छोटे छोटे programs से मिल कर होता है और ये programs , instructions  (निर्देश )   से मिल कर बने होते हैं "| 

ये instructions किसी विशेष कार्य को पूर्ण करने के लिए होते हैं | इसी तरह सॉफ्टवेयर भी हमारे किसी भी  प्रकार के कार्य को सम्पूर्ण करने का काम करते हैं |

हमारे कप्म्यूटर सिस्टम में हार्डवेयर जितना महत्त्वपूर्ण है ,सॉफ्टवेयर भी उतना ही महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है | एक तरीके से ये कहा जा सकता है कि दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं |


नीचे दिए हुए diagram  को देखें -



 

 Diagram  में आप देख सकते हैं सबसे पहले हार्डवेयर  (orange) है क्योंकि अगर हार्डवेयर नहीं होगा तो सॉफ्टवेयर को संग्रहीत कर उपयोग में कैसे लाएंगे।  उसे ऑपरेट होने के लिए कहीं पर स्टोर होना  जरूरी है।  ठीक उसी तरह अकेले हार्डवेयर का कोई उपयोग नहीं हैं | बिना सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर हार्डवेयर एक  डिब्बे के तरह है | इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा की सॉफ्टवेयर व् हार्डवेयर दोनों एक दूसरे के पूरक हैं किसी एक का दूसरे के बिना कोई अस्तित्व नहीं है। 

 

उदहारण के लिए -

आपने जरूर ये देखा होगा की,  जब हमें कोई प्रिंटर पहली बार किसी सिस्टम से कनेक्ट करना होता है, तो हम प्रिंटर के साथ आयी एक सॉफ्टवेयर की  C .D . से पहले उस प्रिंटर के सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करते हैं साथ ही प्रिंटर के ड्राइवर को भी इनस्टॉल करते हैं। जिससे प्रिंटर और हमारा सिस्टम एक दूसरे के कम्पेटिबल हो सकें |

प्रिंटर एक हार्डवेयर है लेकिन उस हार्डवेयर के क्रियान्वयन के लिए सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है जो की निर्देशों के अनुसार  कार्य करता है।

सॉफ्टवेयर के प्रकार-

सॉफ्टवेयर मुख्यतः 3  प्रकार के होते हैं :

1.सिस्टम सॉफ्टवेयर : सिस्टम सॉफ्टवेयर वो सॉफ्टवेयर है जो यूजर को सिस्टम से इंटरैक्ट करने की सुविधा प्रदान करता है | । सामान्य यूजर सिस्टम सॉफ्टवेयर से डायरेक्ट इंटरैक्ट नहीं करता। सिस्टम सॉफ्टवेयर यूजर को एक इंटरफ़ेस या वातावरण देता है जिस से यूजर अपने दैनिक कार्य कर सके। जैसे की विंडोज 10 , MAC ,Android ,Linux  इत्यादि।

 इसके अलावा  डिवाइस ड्राइवर , बूट प्रोग्राम भी सिस्टम सॉफ्टवेयर के ही  उदहारण हैं। 


2.एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर : एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वो सॉफ्टवेर है जो यूजर को अपने दैनिक कार्य जैसे की डॉक्यूमेंट बनान , टेबल बनान, फोटो एडिटिंग , मल्टीमीडिया , इंटरनेट सर्फिंग , प्रेजेंटेशन क्रिएट करने की सुविधा प्रदान करता है |  एक बात विशेष ध्यान देने की है की एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बिना किसी आधार याने की बिना सिस्टम सॉफ्टवेयर  के यूज़  नहीं किये जा सकते हैं।  यही कारण  है कि सिस्टम सॉफ्टवेयर को मास्टर सॉफ्टवेयर भी कहा जाता है। 

एप्लीकेशनसॉफ्टवर्स भी अपने कार्य के अनुसार दो तरह के होते हैं :

1 . बेसिक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर - दैनिक कार्य हेतु सभी सिस्टम्स में उपलब्ध।  

उदहारण : 

  1. वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर - MS WORD 
  2. स्प्रेडशीट सॉफ्टवेयर - MS EXCEL
  3. प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर - MS POWERPOINT
  4. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर - VLC PLAYER, WINDOWS MEDIA PLAYER , WINAMP etc 
  5. वेब ब्राउज़र - इंटरनेट एक्स्प्लोरर , MOZILLA FIREFOX, Google Chrome etc

2. स्पेशलाइज्ड अप्लीकेशन सॉफ्टवेयर - विशेष उद्देश्य हेतु निर्मित।

उदहारण : 

  1. Billing Software
  2. Library Management Software
  3. Inventory Management Software
  4. Booking System
  5. School / College Management Software


3. यूटिलिटी सॉफ्टवेयर : यूटिलिटी सॉफ्टवेयर को आप अपने कंप्यूटर सिस्टम का टूल बॉक्स कह सकते हैं।  यह प्रकार , सिस्टम व् एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बीच एक कड़ी की तरह होता है।  इस सॉफ्टवेयर की मादा से आप अपने सिस्टम का मेंटेनेंस बहुत आसानी से कर सकते हैं. ये आपके सिस्टम की परफॉरमेंस को मैनेज करने में भी बड़ी भूमिका निभाता है।

उदाहरण :

  1. Disk Cleanup : इसकी मदद से हम अपने सिस्टम की हार्डडिस्क से व्यर्थ के डाटा को क्लीन कर सकते     हैं। ये हमें सुविधा देता है कि  अपनी मन चाही डिस्क पार्टीशन पर cleanup परफॉर्म कर सकते हैं। 
  2. Disk Defragmenter : हमारी सिस्टम की हार्ड ड्राइव अगर फ्रॅग्मेंटेड है तो Disk Defragmenter उसे     Defragment कर optimize  करता है। 
  3. Anti Virus : ये हमारे सिस्टम को VIRUS  के आक्रमण से बचता है। 
  4. Disk Management : ये हमारी सिस्टम की ड्राइव पार्टिशन्स को मैनेज करने की सुविधा प्रदान करता है।

 इस आर्टिकल के PDF नोट्स के लिए इस लिंक पर क्लिक करें :

सॉफ्टवेयर  क्या है PDF File 


सॉफ्टवेयर व् उसके प्रकार को डिटेल में समझने के लिए नीचे दिए वीडियो लेक्चर को जरूर देखें : 

1.   सॉफ्टवेयर और उसके प्रकार  :

2 . सिस्टम सॉफ्टवेयर डिटेल में : 

 

3 . एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर डिटेल में :

 

4 . यूटिलिटी सॉफ्टवेयर डिटेल में :

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