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वायरस (Virus) और इसके प्रकार तथा एंटीवायरस का महत्व

वायरस (Virus) और इसके प्रकार तथा एंटीवायरस का महत्व

📌 वायरस (Virus) क्या होता है?

कंप्यूटर वायरस एक प्रकार का हानिकारक प्रोग्राम (Malicious Software) होता है, जो बिना अनुमति के कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश कर सकता है और डेटा को नुकसान पहुँचा सकता है। यह अन्य फाइलों, प्रोग्रामों और नेटवर्क से फैल सकता है तथा कंप्यूटर की गति को धीमा कर सकता है।




📌 कंप्यूटर वायरस के प्रकार (Types of Computer Virus)

1️⃣ बूट सेक्टर वायरस (Boot Sector Virus)

  • यह हार्ड डिस्क या पेन ड्राइव के बूट सेक्टर को संक्रमित करता है।
  • कंप्यूटर के स्टार्ट होते ही यह सक्रिय हो जाता है।
  • उदाहरण: Michelangelo, Stone Virus

2️⃣ फाइल इंफेक्टर वायरस (File Infector Virus)

  • यह .exe, .com जैसी फाइलों को संक्रमित करता है।
  • जब उपयोगकर्ता संक्रमित फाइल खोलता है, तब यह सक्रिय हो जाता है।
  • उदाहरण: CIH (Chernobyl), Sasser

3️⃣ मैक्रो वायरस (Macro Virus)

  • यह MS Word, Excel और अन्य डॉक्यूमेंट फाइलों में छिपा होता है।
  • जब उपयोगकर्ता संक्रमित फ़ाइल खोलता है, तब यह वायरस फैलता है।
  • उदाहरण: Melissa, Concept Virus

4️⃣ रेज़िडेंट वायरस (Resident Virus)

  • यह कंप्यूटर की RAM (मेमोरी) में छिपकर रहता है और सिस्टम की गतिविधियों को प्रभावित करता है।
  • उदाहरण: Randex, CMJ

5️⃣ मल्टीपार्टाइट वायरस (Multipartite Virus)

  • यह बूट सेक्टर और फाइल इंफेक्टर दोनों की तरह कार्य करता है।
  • यह कई तरीकों से सिस्टम में प्रवेश कर सकता है।
  • उदाहरण: Tequila, Invader

6️⃣ वेब स्क्रिप्टिंग वायरस (Web Scripting Virus)

  • यह वेबसाइटों पर मौजूद जावास्क्रिप्ट कोड को संक्रमित करता है।
  • जब कोई उपयोगकर्ता वेबसाइट खोलता है, तो यह वायरस कंप्यूटर में प्रवेश कर सकता है।
  • उदाहरण: JS/Space, Brontok

7️⃣ ट्रोजन हॉर्स (Trojan Horse)

  • यह एक हानिकारक प्रोग्राम होता है, जो उपयोगी सॉफ़्टवेयर की तरह दिखता है।
  • उपयोगकर्ता इसे स्वयं इंस्टॉल करता है और यह सिस्टम को नुकसान पहुँचाता है।
  • उदाहरण: Zeus, Beast

8️⃣ वर्म (Worm)

  • यह वायरस स्वयं को कॉपी करके फैलता है और सिस्टम की स्पीड को धीमा कर देता है।
  • यह नेटवर्क के माध्यम से तेज़ी से फैलता है।
  • उदाहरण: Mydoom, ILOVEYOU

9️⃣ स्पायवेयर (Spyware)

  • यह गुप्त रूप से कंप्यूटर में प्रवेश करके उपयोगकर्ता की जानकारी चुराता है
  • इसका उपयोग पासवर्ड और बैंक डिटेल्स चोरी करने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण: CoolWebSearch, DarkHotel

🔟 एडवेयर (Adware)

  • यह विज्ञापनों (Advertisements) को ज़बरदस्ती दिखाने वाला सॉफ़्टवेयर होता है।
  • कई बार यह उपयोगकर्ता की अनुमति के बिना ब्राउज़र में इंस्टॉल हो जाता है।
  • उदाहरण: Fireball, Appearch

📌 एंटीवायरस (Antivirus) क्या होता है?

एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर एक ऐसा प्रोग्राम होता है, जो कंप्यूटर सिस्टम में मौजूद वायरस, ट्रोजन, वर्म और अन्य मालवेयर को पहचानता है, हटाता है और सिस्टम को सुरक्षित रखता है।

📌 एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर के कार्य (Role of Antivirus Software)

वायरस स्कैन करना – कंप्यूटर की फाइलों और प्रोग्राम्स को स्कैन करके वायरस का पता लगाना।
वायरस को हटाना (Delete/Quarantine) – यदि वायरस मिलता है, तो उसे सिस्टम से हटा देना।
रियल-टाइम प्रोटेक्शन – कंप्यूटर को वायरस और मैलवेयर से हर समय सुरक्षित रखना।
वेब ब्राउज़िंग सुरक्षा – इंटरनेट पर सुरक्षित ब्राउज़िंग और डाउनलोड की निगरानी करना।
फायरवॉल सुरक्षा – अनधिकृत नेटवर्क एक्सेस को रोकना।


📌 लोकप्रिय एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर (Popular Antivirus Software)

🔹 Windows Defender (Windows में पहले से मौजूद)
🔹 Avast Antivirus
🔹 McAfee Antivirus
🔹 Norton Antivirus
🔹 Kaspersky Antivirus
🔹 Quick Heal Antivirus
🔹 Bitdefender Antivirus


📌 निष्कर्ष

कंप्यूटर वायरस एक हानिकारक प्रोग्राम होता है, जो सिस्टम को नुकसान पहुँचा सकता है और डेटा चोरी कर सकता है। इससे बचने के लिए एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना बहुत आवश्यक है। नियमित रूप से सिस्टम को स्कैन करने और संदिग्ध फाइलों को न खोलने से भी वायरस के खतरे को कम किया जा सकता है।

🚀 सुरक्षित कंप्यूटर का उपयोग करने के लिए हमेशा अपडेटेड एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें! 😊

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