Skip to main content

वेब पेज क्या है? (What is Web Page in Hindi)

वेब पेज क्या है? (What is Web Page in Hindi)

परिचय (Introduction)

आज की डिजिटल दुनिया में इंटरनेट हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। जब भी हम किसी वेबसाइट को खोलते हैं, तो हमें जो पेज दिखता है उसे वेब पेज (Web Page) कहा जाता है। यह एक डिजिटल डॉक्यूमेंट होता है, जिसे वेब ब्राउज़र (Web Browser) के माध्यम से देखा जा सकता है।


create an image of a person explaing about website on computer

इस लेख में, हम वेब पेज की विस्तृत जानकारी, इसके प्रकार और उदाहरणों को समझेंगे।


वेब पेज क्या होता है? (What is a Web Page?)

वेब पेज इंटरनेट पर उपलब्ध एक इलेक्ट्रॉनिक डॉक्यूमेंट होता है, जिसे HTML (HyperText Markup Language), CSS (Cascading Style Sheets) और JavaScript जैसी वेब टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया जाता है।

🔹 वेब पेज को एक्सेस करने के लिए एक URL (Uniform Resource Locator) या वेबसाइट एड्रेस की जरूरत होती है।
🔹 यह टेक्स्ट, इमेज, वीडियो, लिंक, बटन और अन्य मल्टीमीडिया तत्वों को दिखा सकता है।
🔹 एक वेब पेज किसी वेबसाइट का एक भाग होता है।

👉 उदाहरण (Example):
अगर आप https://www.wikipedia.org/ खोलते हैं, तो यह विकिपीडिया (Wikipedia) वेबसाइट का मुख्य वेब पेज है।


वेब पेज के प्रकार (Types of Web Pages)

वेब पेज मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:

  1. स्टैटिक वेब पेज (Static Web Page)
  2. डायनामिक वेब पेज (Dynamic Web Page)

1. स्टैटिक वेब पेज (Static Web Page)

🔹 यह एक स्थिर (Fixed) वेब पेज होता है, जो हर उपयोगकर्ता के लिए एक जैसा दिखता है।
🔹 इसे HTML और CSS की मदद से बनाया जाता है।
🔹 इसमें कोई बदलाव तभी होता है जब इसे डेवलपर द्वारा एडिट किया जाता है।

👉 उदाहरण:

  • किसी कंपनी का "About Us" पेज
  • एक साधारण पोर्टफोलियो वेबसाइट
  • जानकारी देने वाले वेब पेज, जैसे news.html

2. डायनामिक वेब पेज (Dynamic Web Page)

🔹 यह वेब पेज उपयोगकर्ता के अनुरोध (Request) के अनुसार बदलता है।
🔹 इसमें डेटाबेस (Database) से डेटा लिया जाता है और सर्वर-साइड स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज जैसे PHP, ASP.NET, Python, JavaScript आदि का उपयोग किया जाता है।
🔹 सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स और ब्लॉगिंग वेबसाइटें डायनामिक वेब पेज का उपयोग करती हैं।

👉 उदाहरण:

  • Facebook का न्यूज़ फीड
  • Amazon का प्रोडक्ट पेज
  • Gmail का इनबॉक्स पेज

वेब पेज के प्रमुख घटक (Components of a Web Page)

एक वेब पेज निम्नलिखित घटकों से मिलकर बनता है:

घटक (Component) विवरण
हेडर (Header) वेब पेज का शीर्ष भाग, जिसमें लोगो, नेविगेशन मेनू और अन्य जानकारी होती है।
नेविगेशन बार (Navigation Bar) मेनू होता है, जिससे उपयोगकर्ता वेबसाइट के विभिन्न हिस्सों तक पहुँच सकते हैं।
मुख्य सामग्री (Main Content) वेब पेज का मुख्य भाग, जहाँ टेक्स्ट, इमेज, वीडियो, बटन आदि होते हैं।
फुटर (Footer) पेज का सबसे निचला भाग, जिसमें कॉपीराइट नोटिस, संपर्क जानकारी और अन्य लिंक होते हैं।

वेब पेज का उदाहरण (Example of a Web Page)

नीचे एक साधारण HTML वेब पेज का उदाहरण दिया गया है:

<!DOCTYPE html>
<html>
<head>
    <title>मेरा पहला वेब पेज</title>
</head>
<body>
    <h1>स्वागत है मेरे वेब पेज पर!</h1>
    <p>यह एक साधारण HTML वेब पेज है।</p>
</body>
</html>

👉 कैसे काम करता है?

  • यह एक स्टैटिक वेब पेज है।
  • जब इस फाइल को किसी वेब ब्राउज़र में खोला जाता है, तो यह "स्वागत है मेरे वेब पेज पर!" टेक्स्ट दिखाएगा।

वेब पेज और वेबसाइट में अंतर (Difference Between Web Page and Website)

फीचर वेब पेज (Web Page) वेबसाइट (Website)
परिभाषा एकल वेब डॉक्यूमेंट वेब पेजों का समूह
URL एक विशिष्ट URL होता है वेबसाइट में कई वेब पेजों के अलग-अलग URL हो सकते हैं
उदाहरण "about-us.html" "www.google.com"
निर्भरता वेबसाइट का हिस्सा होता है स्वतंत्र रूप से कार्य करता है

वेब पेज कैसे काम करता है? (How Does a Web Page Work?)

जब हम किसी वेब पेज का URL अपने वेब ब्राउज़र (Google Chrome, Firefox, Edge) में टाइप करते हैं, तो निम्नलिखित प्रक्रिया होती है:

  1. यूजर रिक्वेस्ट भेजता है:

    • जब आप www.example.com खोलते हैं, तो ब्राउज़र वेब सर्वर से रिक्वेस्ट करता है।
  2. वेब सर्वर प्रतिक्रिया देता है:

    • सर्वर उस वेबसाइट की HTML, CSS और JavaScript फाइलें ब्राउज़र को भेजता है।
  3. ब्राउज़र वेब पेज को लोड करता है:

    • ब्राउज़र कोड को इंटरप्रेट करके वेब पेज को उपयोगकर्ता को दिखाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

वेब पेज इंटरनेट पर किसी भी वेबसाइट का सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है। यह उपयोगकर्ताओं को जानकारी देने, संवाद करने और इंटरएक्ट करने की सुविधा प्रदान करता है।

👉 मुख्य बातें:
वेब पेज एक डिजिटल डॉक्यूमेंट होता है, जो वेब ब्राउज़र में दिखाया जाता है।
✅ यह स्टैटिक और डायनामिक दो प्रकार के होते हैं।
✅ वेब पेज HTML, CSS, JavaScript जैसी तकनीकों से बनते हैं।
✅ एक वेबसाइट कई वेब पेजों का समूह होती है।

आज के डिजिटल युग में वेब पेज न केवल जानकारी देने का माध्यम है, बल्कि ऑनलाइन व्यापार, शिक्षा, मनोरंजन और अन्य कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। 🚀

Comments

Popular posts from this blog

प्राइमरी और सेकेंडरी मेमोरी में अंतर | Difference between Primary and Secondary Memory in Hindi

प्राइमरी और सेकेंडरी मेमोरी में अंतर | Difference between Primary and Secondary  Memory in Hindi   कंप्यूटर में मेमोरी उन Physical Components  को कहा जाता है जिनका उपयोग program  या data को temporarily  या permanently स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह रजिस्टरों का संग्रह है। प्राइमरी मेमोरी volatile होती है और इसमें सीमित मात्रा में स्टोरेज स्पेस होता है। इसलिए , एक बड़ी स्टोरेज कैपेसिटी जिसमे कंप्यूटर बंद होने पर भी डाटा सुरक्षित रहे , की आवश्यकता होती है |  ऐसी मेमोरी को सेकेंडरी मेमोरी कहा जाता है। प्रोग्राम और डेटा सेकेंडरी मेमोरी में स्टोर होते हैं। इसे Auxillary Memory भी कहा जाता है। यह प्राथमिक मेमोरी से इस मायने में भिन्न है कि यह non -volatile  है और । और यह प्राइमरी मेमोरी की तुलना में काम खर्चीला होता है।  आइये जानते हैं  प्राइमरी मेमोरी और सेकेंडरी मेमोरी में कुछ अंतर : - प्राइमरी मेमोरी सेकेंडरी मेमोरी 1. प्राइमरी मेमोरी को Main Memory या Internal मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है। ...

सेकेंडरी मेमोरी क्या है | What is Secondary memory in hindi

सेकेंडरी मेमोरी क्या है ? | What is Secondary memory in hindi ? दोस्तों कंप्यूटर को अच्छे से वर्क करने के लिए अलग अलग कंपोनेंट्स की जरूरत होती है।  इन कंपोनेंट्स में सबसे महत्त्व पूर्ण कॉम्पोनेन्ट है मेमोरी।  अब मेमोरी भी कई प्रकार की होती हैं जैसे प्राइमरी मेमोरी , सेकेंडरी मेमोरी आदि।  तो आज हम जानेंगे सेकेंडरी मेमोरी क्या होती है और सेकेंडरी मेमोरी का कंप्यूटर में  क्या यूज़ होता है।  सेकेंडरी मेमोरी क्या है ?  सेकेंडरी मेमोरी एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जिसका उपयोग बिजली बंद होने के बाद भी डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करने के लिए किया जाता है।  सेकेंडरी मेमोरी का उपयोग प्रोग्राम, बड़ी डेटा फ़ाइलों और ऑपरेटिंग सिस्टम को स्टोर करने के लिए किया जाता है।  कुछ मामलों में, बैकअप के लिए सेकेंडरी मेमोरी का भी उपयोग किया जा सकता है, जिससे उपयोगकर्ता सिस्टम क्रैश या विफलता के मामले में अपने डेटा को पुनर्स्थापित कर सकते हैं। इसे एक्सटर्नल मेमोरी भी कहा जाता है। आइये जानते हैं सेकेंडरी मेमोरी क्या है, से सम्बंधित कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट्स : स्थिरता (Non...

बुलबुल पक्षी की पूरी जानकारी | Bulbul Bird in hindi

बुलबुल पक्षी की पूरी जानकारी | Bulbul Bird in hindi   दोस्तों बुलबुल एक बहुत ही प्यारी सी सिंगिंग बर्ड है जो कि लगभग सभी के घर में आती है और आप सभी ने इसे देखा भी होगा।  बुलबुल की बहुत से प्रजातियां भारत और विश्व में पाई जाती हैं। अगर हम भारत की बात करें तो कुछ प्रजातियां भारत के सभी हिस्सों में सामान रूप से पायी जाती हैं  और कुछ प्रजातियां किसी विशेष स्थान पर ही पाई जाती है जैसे की रेड वेंटेड बुलबुल भारत के सभी भागों में समान रूप से पाई जाती है वहीं अगर बात करें हिमालय बुलबुल की तो यह बुलबुल हिमालय क्षेत्र में देखी जाती है जैसे कि उत्तराखंड, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश असम, मेघालय इन इलाकों में पायी जाती हैं।  तो चलिए आज हम बात करते हैं बुलबुल पक्षी की जानकारी के बारे में और साथ ही हम जानते हैं बुलबुल पक्षी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य।   Red Vented Bulbul 1. बुलबुल पक्षी की विविधता: बुलबुल पाइकोनोटिडे (Pycnonotidae) परिवार से संबंधित पासरिन (passerine birds) पक्षियों का एक विविध समूह है, जिसकी 130 से अधिक प्रजातियां अफ्रीका और एशिया में वितरित हैं।     2. बुलबुल...